दुनियां के 7 अजूबों में से एक सबसे सुन्दर और मेहेंगी ईमारत के बात करते है तो भारत के ताज महल के नाम सबसे ऊपर आता है जिसे जिसे मानब द्वारा निर्मित अजूबा भी कहाजाता है कियूं की इसकी सुन्दरता के आगे दुनियां के सरे चीजें फीका पड़जाता है। कहते है यह किसीके पियार के निसानी है जिसे याद के तर पर बनवा गयाथा तो आज हम इसी सच्ची कहानी के इतिहास को बारीकी जानेंगे जिसे पढ़के आपको रोंगटे खड़ा होजायेगा।
taj mahal history
बतादूँ आगरा का taj mahal history को हिंदी में पढ़ने के बाद आपको एक मूवी की कहानी जैसा लगेगा तो बने रहिये हमारे साथ। आज से सदिओं साल पहले भारत में मोगल शासन चल रहाथा जहाँ मोगल के पांचवे राजा साहजहां के शासन कल में यह इमारते बनवा गयाथा। राजा सहजहां के 3 पत्नी हुआ करते थे जो बहुत ही सुंदर थे पर उनमेसे एक थी मुमताज जो सुंदरता के बेमिशाल थी जिसे राजा ने सबसे जयादा पियार करते थे बेगम मुमताज को।
भारत के इतिहासकार के हिसाब से बेगम मुमताज ने 38 साल के उम्र में अपने चौदूबी संतान को जन्म देते हुए उनकी जान चली गईथी जिसे सहजहां को दुःख में डालदिया था मनो की उनका जीबन तबा होगयाहै। बेगम के दुःख मे राजा ने करीब एक महीने तक खानपान छोड़ दिएथे ताकि वे खुद भी मरसके पर वैसा हुआ नहीं ऐसे कई साल चलागया पर राजा दुःख से बाहर निकल नहीं पारहाथा। एक दिन राजा ने अपने बेगम साहेबा के निसानी पर एक मगबरा बनानेका को चाहा और ऐसा एक भब्य ईमारत बनाने को चाहा जो धरती पे पहेलेसे न हो और उसके अंदर अपने प्रिय पत्नी के कब्र रखसके और वह युगयुग तक धरती टिका रहे agra ka tajmahal की कहानी ।
शाहजहां ने जैसा मगबरा बनानेको चाहथा उसे भी सुन्दर एक मगबरा बनके तैयार होगया करीब 22 साल के मेहनत से जिसे हम ताज महल के नामपर जानते है और ऐसे इमारते न उससे पहले था न उसके बाद बनपाया है यह देखके राजा अत्यंत खुस गया था taj mahal history। राजा ने अपने पत्नी के कब्र को ताज महल के अंदर रखवाए और अपने सरे जिबनकल में सुभे से लेके सैम तक ताज महल को घूरते रहते थे इस बात से अंदाज लगा सकते हो की सहजहां मुमताज को पियार करते थे इसीलिए लोग कहते है की ताजमहल पियार के एक निसानी है जहाँ किसका दिल रखा गया है। Taj mahal
information about taj mahal
ताजमहल किसने और कैसे बनागयाथा information about taj mahal उसके बारेमे जानने केलिए हमे फिरसे मोगल कल में जाना होगा। जब सहजहां ने ताजमहल बनानेकी ठानी तब राजा ने देश बिदेश के सरे महान बस्तुकार ज्ञानी लोगों को बुलाने लगे और इतिहास के अनुसार ताज महल के डिजाइन 37 लोगों मिलके बनाये था जिस डाइग्राम को राजा देखते ही खुस होगये थे। ताजमहल निर्माण के कार्य 1632 में सुरु कर दियागया था agra ka tajmahal को ।
ताजमहल को बनाने केलिए देश और बिदेश से कई सरे किनती पत्थर को लियागया था जैसे राजस्थान से सफ़ेद संगेमरमर,अफगानिस्तान से लापीस लजूली,श्रीलंका से सफायर,चाइना से जेड और क्रिस्टल ऐसे कई सरे किनती पत्थर को हिरे की तरह परख के ताजमहल में लगाया गया। ताजमहल को चाँद के तरह सजाने केलिए तिब्बत,तुर्की,इटाली,जर्मनी और चाइना जैसे कई सरे महान कारीगर को भारत बुलाया गया था। taj एक ऐसा ईमारत है जो उस ज़माने से लेके आजके ज़माने तक जितना कुछ भी इंसान अपने हाथो में बनाया है उन सबसे अच्छा कारीगरी (calligraphy) ताजमहल में ही दिखने को मिलता है information about taj mahal अभी बाकि है ।
ताजमहल को बनाने में 22 साल लग गयाथा यानि 1932 से लेके 1953 तक इसीलिए राजा सहजहां ने ताजमहल के कारीगर और मजदूरों को जिंदगीभर के सैलरी पहले दे रखीथी ताकि उन लोगों के घर में कोईभी दिकत न हो और वोलोग ताजमहल को सच्चे मन के साथ अच्छा से बनापाये ऐसा बिचार था राजा का और उनका बिचारधारा सच साबित हुआ। बतादूँ की ताजमहल बनाने में जितने लोगों के भी हाथ था उन्ही सरे लोगों को राजा ने एक अग्रीमेंट साइन करवाथा ताकि वैसे भब्य ईमारत कहीं और न बनाने केलिए जिसका पीछे भी एक कहानी छुपाहुआ है।
Tajmahal के बारेमे एक बहुत बड़ा अखवा है की कई लोग कहते है ताज को जिन कारीगरों ने बनाया था उन्ही सरे कारीगर और मजदूरों के हाथ काट दियागया था पर इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं है कियूं की अगर शाहजहां ने ऐसा किया होता तो ताज बनानेके 10 साल बात दिल्ली का लाल किल्ला कभी बनवा नहीं पाता कियुँकि ताज में जितने लोग काम कियेथे ओ सारे लोग लाल किल्ला भी बनाये है जिसका प्रमाण भी इतिहास में दर्ज है सो यह एक अखवा है जो राजा को बदनाम करने केलिए वैसा कहागया है पर इतिहासकारों के बात मने तो वैसा कुछ नहीं हुआथा।
शाहजहां कौन था
ताजमहल के बारेमे तो आप जनलिया अब शाहजहां कौन था यह जानलीजिये सो आपको पताही होगा भारत में कई लोगों के साशन चला था उनमेसे एक मोगल शासन भी था और मोगल साम्राज्य केपांचवे शासक थे राजा शाहजहां ने। शाहजहां के जन्म 5/01/1592 को लाहौर में हुआथा जो अकबर के पोते और जहांगीर के बेटे बनकर पैदा हुएथे। बतादूँ पूरी इतिहास में राजा शाहजहां के शासन कल में सबसे जयादा खुशियां और अमन कायम था जिसे स्वर्ण युग भी कहाजाता है कियूं की शाहजहां को खून खरवा लड़ाई युद्ध येसारे चीजों से नफ़रत था और वे अपनों से जयादा प्रजा को सन्ति और खुसी में रखते थे इसीलिए सरे प्रजा शाहजहां को बेहत प्रेम भी करते थे।
बतादूँ शाहजहां को बड़े बड़े ईमारत बनानेका बहुत बड़ा सौक था और वे ताजमहल,लालकिला और और कई सरे चीजें बनवाये थे जो आजभी कायम है। राजा ने अपनेलिए एक मयूर सिंघाशन भी बनवाये थे जो सबसे किनती था और सुका नक़ल आजभी कोई कर नेहीपाया पर अंग्रेजों ने वह सिंघाशन को अपने देश लगाए। इतिहास कहता है शाहजहां
के 4 पुत्र थे जिनका नाम दरसिख, संसूजा,औरंगजेब और मुराद बक्सी थे और इन
चरों भाई वापस में नहीं बनतिथि कियूं की चरों को ही राज गद्दी में बैठने के
सौक था बाद में शाजहाँ को अपने ही बेटा औरंगजेब ने बंदी बनालियाथा और राज गद्दी को अपने नाम किया था। तो आपने जनलिया की शाहजहां कौन था और वे किसलिए agra ka tajmahal बनवाया था।
पूरी इतिहास में प्रेम के परिभासा और रोमांस के बादशा का टैग राजा शाहजहां को मिला है जिन्होंने अपने पियार के खातिर साही रीती रिबाज को भी छोड़ दियाथा यानि मुमताज के मरने के बात वो कभी राजा के तरह कपडा नहीं पहनता था या अच्छे खाना भी नहीं खता था और तो और निचे चटाई में सोता था और उसी समय में ही वो जनलियाथा की यह धन दौलत सानो सौकत कुछ पल ही इंसान को खुस करपाता है पर जिंदगी का असली खुशीआं महबत्त में ही है। शाहजहां के आज शासन या हुकूमत नहीं रहा उसे दुनियां छोड़के जाते हुए कई सदिओं भी बीत चूका है फिरभी उसे लोग याद करते है जिसका वजह Taj है जो अपने माशूका के याद पर बनाया था। Shahajhan and Mumtaj
tajmahal kahan hai
किया आप जानते है tajmahal kahan hai अगर नहीं पता तो जानलो ताजमहल कहाँ पर है जिसका सीधा जबाब है भारत के उतर प्रदेश (up) राज्य के Agra जिल्ले के ठीक यमुना नदी किनारे ही दुनियां के सात अजूबों में से एक अजूबा यानि ताजमहल स्थित है (tajmahal kis nadi ke kinare sthit hai) यहाँ पहंच न बहुत ही आसान है कियूं की आगरा जानेकेलिए bus,train और flight इन सरे सुभिधाएँ अवेलेबल है। आगरा में स्टे करने केलिए कई सरे शानदार होटल भी मिलजायेगा जिसे ऑनलाइन पहेलेसे बुक भी कर सकते हो और सबसे बड़ी बात अगर आप अकेले हो तो ओला का बाइक से भी चरों और घूम सकते हो।
tajmahal kis nadi ke kinare sthit hai
उत्तरप्रदेश यानि up के सबसे लोक प्रिय नदी यमुना नदी के किनारे ताजमहल स्थित है जिसका मुख्य दरवाजा नदी की और है जहाँ उस ज़माने में ताजमहल को जाने केलिए यमुना नदी को पार करना पडताथा।आज के तारीख में सरे लोग ताज के पिछले हिस्से को ही देख पातेहै जिन्हे लगता है यह मुख्य दरवाजा है पर ताज को जैसा देखना चाहिए ये वैसा कोईभी देखनेही पता है। तो असा करताहूँ tajmahal kis nadi ke kinare sthit hai आपने जनलिया होगा।
उम्मीद करताहूँ की आपको information about taj mahal के बारेमे अच्छे से जानकारी मिला हो अगर आपके कोई सबाल या सुझाब हो तो हमे जरूर कमेंट करना। ऐसेही नए पुराने जानकारी के ज्ञान लेनेकेलिए gkexpres के साथ जुड़े रहिये और taj mahal history को हिंदी में पढ़ के कैसा लगा निचे आपके भाबनाएँ को प्रकाश करना न भूलियेगा
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